Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Feb 2024 · 1 min read

शर्मनाक हरकत

दर्द की दास्तान देख देख
चंचल चर्चित चैनलों पर
निराशा की नदी में
आध्यात्मिक बौद्धिक पंडितों के
संस्कारित मन डूब गए
दामिनी के दर्द से दुखी
कलमकारो की असंख्य लखनी
आक्रोश के अंगारे आज भी उगल रही है
अतीत और भविष्य के केंद्र में
अपराध की क्रूरतम स्मृति
जगा गई व्यवस्था परिवर्तन की
आगामी उम्मीदे

Language: Hindi
1 Like · 89 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from OM PRAKASH MEENA
View all
You may also like:
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
बिल्ली
बिल्ली
Vijay kumar Pandey
ना अश्रु कोई गिर पाता है
ना अश्रु कोई गिर पाता है
Shweta Soni
रिश्तों की बंदिशों में।
रिश्तों की बंदिशों में।
Taj Mohammad
24/227. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/227. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सितारा कोई
सितारा कोई
shahab uddin shah kannauji
देखिए लोग धोखा गलत इंसान से खाते हैं
देखिए लोग धोखा गलत इंसान से खाते हैं
शेखर सिंह
गुमाँ हैं हमको हम बंदर से इंसाँ बन चुके हैं पर
गुमाँ हैं हमको हम बंदर से इंसाँ बन चुके हैं पर
Johnny Ahmed 'क़ैस'
मन की पीड़ा
मन की पीड़ा
पूर्वार्थ
आनंद (सुक़ून) वाह्यलोक नही, अंतर्मन का वासी है।”
आनंद (सुक़ून) वाह्यलोक नही, अंतर्मन का वासी है।”
*प्रणय*
मौज-मस्ती
मौज-मस्ती
Vandna Thakur
तेरी याद ......
तेरी याद ......
sushil yadav
रमेशराज की तेवरी
रमेशराज की तेवरी
कवि रमेशराज
इन हवाओं को महफूज़ रखना, यूं नाराज़ रहती है,
इन हवाओं को महफूज़ रखना, यूं नाराज़ रहती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
प्यार क्या होता, यह हमें भी बहुत अच्छे से पता है..!
प्यार क्या होता, यह हमें भी बहुत अच्छे से पता है..!
SPK Sachin Lodhi
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
बदनाम गली थी
बदनाम गली थी
Anil chobisa
आपको स्वयं के अलावा और कोई भी आपका सपना पूरा नहीं करेगा, बस
आपको स्वयं के अलावा और कोई भी आपका सपना पूरा नहीं करेगा, बस
Ravikesh Jha
बंधनों के बेड़ियों में ना जकड़ो अपने बुजुर्गों को ,
बंधनों के बेड़ियों में ना जकड़ो अपने बुजुर्गों को ,
DrLakshman Jha Parimal
*आजादी अक्षुण्ण हो, प्रभु जी दो वरदान (कुंडलिया)*
*आजादी अक्षुण्ण हो, प्रभु जी दो वरदान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कहो कैसे वहाँ हो तुम
कहो कैसे वहाँ हो तुम
gurudeenverma198
जिसने अपने जीवन में दुख दर्द को नही झेला सही मायने में उसे क
जिसने अपने जीवन में दुख दर्द को नही झेला सही मायने में उसे क
Rj Anand Prajapati
तेरी जुल्फों के साये में भी अब राहत नहीं मिलती।
तेरी जुल्फों के साये में भी अब राहत नहीं मिलती।
Phool gufran
जरूरत से ज्यादा
जरूरत से ज्यादा
Ragini Kumari
"चले आते"
Dr. Kishan tandon kranti
*सच्चा दोस्त*
*सच्चा दोस्त*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
कोशिश
कोशिश
विजय कुमार अग्रवाल
कमबख़्त इश़्क
कमबख़्त इश़्क
Shyam Sundar Subramanian
मुझे मुहब्बत सिखाते जाते
मुझे मुहब्बत सिखाते जाते
Monika Arora
11) “कोरोना एक सबक़”
11) “कोरोना एक सबक़”
Sapna Arora
Loading...