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18 Mar 2020 · 1 min read

शर्त मगर इतनी है वो भी

हिम्मत वाला निकल आता है
कितना भी गहरा दलदल हो
शेर तो शेर ही होता है
पिंजरा हो या जंगल हो

छीन तो लूँ दुनिया से उसे
रखता हूँ वो दीवानापन
शर्त मगर इतनी है वो भी
प्यार में मेरे पागल हो

थोड़ी उदासी चेहरे पर हो
थोड़े आँखों में आंसू
चाह यही है मेरी खातिर
वो भी ज़रा सी बेकल हो

मैं तो टकराता रहता हूँ
साहिल पे समंदर के जैसे
इश्क़ में उसके खुद को डुबो दूँ
थोड़ी उधर भी हलचल हो

जाऊं जब इस दुनिया से
इतनी ही ख्वाहिश मेरी
हाथ में उसका हाथ रहे
और सर पे उसी का आँचल हो

Language: Hindi
1 Like · 310 Views
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