शमां देखकर ,दिल ना बहलाओ
शमां देखकर ,दिल को ना बहलाओं
जल जाओगे ,हर जगह पर ना मारों।।
कि हम किसी और के हो चुके हैं
हमें अपना कहने के गलतफहमी मत डालो।।
यू बार-बार कहतें हो ,कि हम पड़ोसी हैं
तो सच कहतें हैं अपने पिंड के कुड़ियों से,
इश्क ना फरमाओ।।
बड़ी तकलीफ़ होगा, इश्क निभा ना पाओगे
जहां हो खुश रहों, हमारे पिछे-पिछे ना आओं।।
नीतू साह