शमअ प्यार का तुम जलाया करो
तिरगी का बहाना न बनाया करो
शमअ प्यार का तुम जलाया करो
हसरतें दिल में ना छिपाया करो
प्यार की राह में गुल खिलाया करो
निभायेगें संग हम तेरा ही सनम
के दिल में हमें ही बसाया करों
ख़्वाबो में आकर ना सताया करो
नींद रातों की यूं ना उड़ाया करो
जख्म दिल में है गहरे मेरे सनम
छेड़कर इन्हें तुम ना रुलाया करो
टूटा है दिल कँवल का सनम
घाव देकर इसे ना सहलाया करो