शब्द की महिमा
शब्दों से संसार चल रहा, शब्दों से इंसान,
शब्दों से ही स्वरूप बन रहा, शब्दों से सम्मान,
शब्दों से सौहार्द बढ़ रहा, शब्दों से घमासान,
शब्दों में पकवान बसे हैं, शब्दों में विषपान,
शब्द बनाये शब्द बिगाडे, शब्द बुने और शब्द उजाड़े,
शब्द आदि हैं शब्द अंत हैं, शब्द में गीता और कुरान,
शब्दों में संघर्ष छिपा है, शब्दों में विश्राम,
शब्दों की तो रीत निराली, शब्दों में स्थित वेद पुराण,
शब्दों में वरदान छिपा है, शब्दों में अभिशाप
शब्द बिना सब शून्य जगत है, शब्द की महिमा अपरंपार,
शब्दों से संसार चल रहा, शब्दों से इंसान ।
।। आकाशवाणी ।।