Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Dec 2019 · 1 min read

शब्द रंगोंली

गम खुशियों की खेले होली।
शब्दों से बनती रंगोली।

कभी हृदय में शूल चुभातें ,
कभी कर्ण में मिश्री घोली।

अंतर मन को छलनी कर दे,
जब चलती शब्दों की गोली।

दुश्मन को भी अपना कर लो
मुख से बोलो ऐसी बोली।

अलग- अलग भावों को लेकर,
निकल पड़े शब्दों की टोली।

मन की बगिया में उगती है,
ये शब्दों की हँसी ठिठोली।

कितने भाव उकेरे मन में,
जब भी हमनें शब्द टटोलीं।

रोम-रोम पुलकित हो जाता,
शब्दों ने घुघटा जब खोली।

अद्भुत विस्मय रंग शब्द के,
जैसे हो सपनों की डोली
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

296 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
बुजुर्गो को हल्के में लेना छोड़ दें वो तो आपकी आँखों की भाषा
बुजुर्गो को हल्के में लेना छोड़ दें वो तो आपकी आँखों की भाषा
DrLakshman Jha Parimal
ये अमावस की रात तो गुजर जाएगी
ये अमावस की रात तो गुजर जाएगी
VINOD CHAUHAN
आ मिल कर साथ चलते हैं....!
आ मिल कर साथ चलते हैं....!
VEDANTA PATEL
खालीपन – क्या करूँ ?
खालीपन – क्या करूँ ?
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*दादी बाबा पोता पोती, मिलकर घर कहलाता है (हिंदी गजल)*
*दादी बाबा पोता पोती, मिलकर घर कहलाता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
दे संगता नू प्यार सतगुरु दे संगता नू प्यार
दे संगता नू प्यार सतगुरु दे संगता नू प्यार
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
भक्ति गाना
भक्ति गाना
Arghyadeep Chakraborty
इस धरातल के ताप का नियंत्रण शैवाल,पेड़ पौधे और समन्दर करते ह
इस धरातल के ताप का नियंत्रण शैवाल,पेड़ पौधे और समन्दर करते ह
Rj Anand Prajapati
भारत की नई तस्वीर
भारत की नई तस्वीर
Dr.Pratibha Prakash
हे राम तुम्हारा अभिनंदन।
हे राम तुम्हारा अभिनंदन।
सत्य कुमार प्रेमी
सगीर गजल
सगीर गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
3301.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3301.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
क्षणिका ...
क्षणिका ...
sushil sarna
हम कैसे कहें कुछ तुमसे सनम ..
हम कैसे कहें कुछ तुमसे सनम ..
Sunil Suman
अंतर
अंतर
Dr. Mahesh Kumawat
🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹
🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
Sonam Puneet Dubey
Sonam Puneet Dubey
Sonam Puneet Dubey
"दौलत के सामने"
Dr. Kishan tandon kranti
शकुन सतसई ( दोहा संग्रह) समीक्षा
शकुन सतसई ( दोहा संग्रह) समीक्षा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
दोहा- छवि
दोहा- छवि
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
गोस्वामी तुलसीदास
गोस्वामी तुलसीदास
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
आत्मवंचना
आत्मवंचना
Shyam Sundar Subramanian
प्यार का नाम मेरे दिल से मिटाया तूने।
प्यार का नाम मेरे दिल से मिटाया तूने।
Phool gufran
सब ठीक है
सब ठीक है
पूर्वार्थ
वसंत
वसंत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ख्याल नहीं थे उम्दा हमारे, इसलिए हालत ऐसी हुई
ख्याल नहीं थे उम्दा हमारे, इसलिए हालत ऐसी हुई
gurudeenverma198
..
..
*प्रणय*
होली
होली
Mukesh Kumar Sonkar
गवाही देंगे
गवाही देंगे
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
मुझे चाहिए एक दिल
मुझे चाहिए एक दिल
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...