शब्द केवल शब्द नहीं हैं वो किसी के लिए प्राण हैं
शब्द केवल शब्द नहीं हैं वो किसी के लिए प्राण हैं
तो किसी के लिए विषैली वाणी से निकले तीर हैं
यह बोलने वाले पर निर्भर करता है वो क्या बोलता है
क्योंकि शब्द प्राण भी देते हैं और जान भी लेते हैं
_ सोनम पुनीत दुबे