शब्द की महिमा
शब्द की महिमा है न्यारी। शब्द ही ब्रह्म है शब्द है हितकारी।इसे समझ न रहा संसार। शब्द में शक्ति छुपी अपार।———बाणी से बाणी कहे, हमेशा बोल बिचारी। शब्द की महिमा है न्यारी, शब्द की महिमा है न्यारी। शब्दों के अर्थ अगर नहीं समझता है। जिंदगी भर भटकता ही रहता है। शब्दों पर टिकी हैं दुनिया सारी। शब्द की महिमा है न्यारी। शब्दों में जीवन का सार छुपा है। शब्दों में मधुर संगीत छुपा।–इसे लय स्वर से गाते हैं, नर-नारी।——–+—शब्द की महिमा है न्यारी।—————-शब्दो में घुंघरू की झंकार।—————-शब्दो में है गीता का सार।——————शब्दो में मुरली की तान।————+–++-शब्दो में छुपा है भगवान। शब्द की महिमा है न्यारी।