शब्द : एक
शब्द : एक
शब्द ही जिंदगी में ढलता है|
शब्द काटो तो खूँ निकलता है।|
शब्द जब भी चबाये जाते हैं।
सुनने वालों का दिल दहलता है।
कुछ इशारे भी शब्द होते हैं।
छोड़ने वाला हाथ मलता है॥
शब्द चुप हो विचार होते हैं ।
व्यक्त हो ध्वनि में बदलता है ॥
शब्द भंडार एक मैं एक तूं ।
मिलें तो नया कोष बनता है ॥