शब्दों के जादूगर
ये शब्दों के जादूगर पृनाम तुम्हें है पृनाम तुम्हें है।ये शब्दों के जा दूगर।नमस्कार तुम्हें है।।शब्दों का ही जिनदंगी मैं खेल है।और सभी रेलम पेल है।।शब्द ही बृहम है ये शब्दों के जादूगर .ये शब्दों के जादूगर।।ऐसा वेदो ने कहा है और कवियों ने लिखा है।मां सरस्वती ने भी इसे सिखा है।।ये शब्दों के जादूगर… नमस्कार तुम्हें है।।कल्पना के बीच तेरा सफर है ।ये शब्दों के जादूगर…।नमस्कार तुम्हें है।।जिस जगह पर हो आप वहां पहुंच न सका कोई।महिमा तुम्हारी गा न सका कोई।।ये शब्दों के जादूगर नमस्कार तुम्हें है पृनाम तुम्हें है।।