*शत्रु अभिमान है 【मुक्तक】*
शत्रु अभिमान है 【मुक्तक】
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जिन्दगी में बड़ा शत्रु अभिमान है
जीतना इसको अत्यंत आसान है
छोड़िए जिद कि बस आप ही हैं सही
गलतियाँ कर रहा रोज इन्सान है
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रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99 9761 5451