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21 May 2024 · 1 min read

शक

यारो हमें तो,
शक पर ही
शक हो गया ।
हकीकत की
तहकीकात पर,
शक हो गया ।
करते थे जिससे शिकायत,
शक का वही
आधार हो गया ।
करते थे जिनपर भरोसा,
शक के दायरे में
वही आ गया ।
न दवा बनी
शक की
इस जमाने में ,
लाज़मी है
शक
लाईलाज हो गया ।

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