शक्ति मां ।
शक्ति मां
जहां -जहां तेरा वास मैया,
गलियां सदा मनभावन रहे।
जिस घर तेरी पूजा होए,
नारियां सदा सुहागन रहे।
रोग- शोक निकट न आवे,
जहां तेरा गुणगान होवे।
पल- पल भरसे स्नेह वहां पर,
जहां नारी सम्मान होवे।
कन्याएं खेले जिस आंगन में,
सदा वहां बहार रहे।
फले- फुले संसार उन्हीं से,
रिमझिम सी फुहार बहे।
मात रूप है मां अन्नपूर्णा,
महा शक्ति महा दुर्गा है।
भरे भंडार महा लक्ष्मी मैया,
ज्ञान सिंधु महासरस्वती है।
ललिता कश्यप गांव सायर जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश