प्रणम्य आदिशक्ति
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भवानी नमो शाम्भवी देवमाता।
भवानी नमो विक्रमा सर्व ज्ञाता।
भवानी नमो चित्तरूपा अनन्ता।
भवानी नमो ताप हर्ता नियन्ता।।
भवानी नमो सर्वविद्या कराली।
चिता एककन्या जया भद्रकाली।
अभव्या अमेया अपर्णी भवानी।
सती सुंदरी स्वर्ण वर्णी भवानी।।
नमो शारदे ज्ञानरूपा भवानी।
शिवा गोमती कामरूपा भवानी।
अहो भोगदा वैष्णवी माहमाया।
सुभद्रा शिवा चण्डिका ब्रह्मजाया।।
विभा पद्ममालाधरा चंद्ररूपा।
जया मङ्गला विष्णु वक्षा स्वरूपा।
स्वधा दीत्य दीप्ता नमो चित्रगन्धा।
नमो पद्मिनी माँ नमो मातु श्रद्धा।।
✍️पं.संजीव शुक्ल ‘सचिन’