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21 Aug 2023 · 1 min read

शक्तिहीनों का कोई संगठन नहीं होता।

शक्तिहीनों का कोई संगठन नहीं होता।
कायरों का भी कोई वतन नहीं होता।।
पेट के खातिर ही, जो भी जीने वाले हैं।
अंत में तन पे उनके कफ़न नहीं होता।।

जय हिंद

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