Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jan 2021 · 1 min read

शंकर छंद

शंकर छंद में शंकर जी स्तुति
मात्रा २६ , यति १६ – १०, पदांत गुरु लघु.
[विषम चरणांत के लिए कोई विशेष नियम नहीं]

(शंकर छंद में शंकर जी की स्तुति-

बम-बम हरिहर जय शिवशंकर, नम: श्री सर्वेश |
विध्न विनाशक नाम विनायक,गणपति श्री गणेश ||
जग की माता जय जगदम्बा, पार्वती माँ नाम |
कार्तिकेय परिवार हिमालय , नम: श्री यह धाम ||
मुक्तक हेतु- (नम: श्री गिरजेश )

डमरू डम-डम बम-बम बोले , हैं त्रिलोचन एक |
चमचम चमके चन्द्र भाल पर , गँगोत्री है नेक ||
त्रिशूल जटा मृग छाला भस्म , अनुपमा शृंगार |
जय जय पशुपति नाथ तुम्हारी , हे रुद्र अवतार ||
मुक्तक हेतु- (हो रुद्र तुम एक )

सृजन -सुभाष सिंघई
एम•ए• हिंदी साहित्य , दर्शन शास्त्र
जतारा (टीकमगढ़) म०प्र०

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 899 Views

You may also like these posts

“ऐसी दोस्ती”
“ऐसी दोस्ती”
DrLakshman Jha Parimal
लोग चाहते हैं कि आप बेहतर करें
लोग चाहते हैं कि आप बेहतर करें
Virendra kumar
.
.
Ragini Kumari
The Heart Wishes For The Waves.
The Heart Wishes For The Waves.
Manisha Manjari
!! होली के दिन !!
!! होली के दिन !!
Chunnu Lal Gupta
शीर्षक -आँखों का काजल!
शीर्षक -आँखों का काजल!
Sushma Singh
दीपावली
दीपावली
Deepali Kalra
अनंत आकाश
अनंत आकाश
Chitra Bisht
3255.*पूर्णिका*
3255.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
फ्लेशबैक
फ्लेशबैक
meenu yadav
*आत्म-मंथन*
*आत्म-मंथन*
Dr. Priya Gupta
Republic Day
Republic Day
Tushar Jagawat
सात समंदर से ज़्यादा स्याही जो ख़ुद में समाए हो,
सात समंदर से ज़्यादा स्याही जो ख़ुद में समाए हो,
ओसमणी साहू 'ओश'
युवा
युवा
Vivek saswat Shukla
राधा-मोहन
राधा-मोहन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
एक दिन थी साथ मेरे चांद रातों में।
एक दिन थी साथ मेरे चांद रातों में।
सत्य कुमार प्रेमी
तृप्ति
तृप्ति
Sudhir srivastava
ह्रदय जब स्वच्छता से ओतप्रोत होगा।
ह्रदय जब स्वच्छता से ओतप्रोत होगा।
Sahil Ahmad
"आज का दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
तेरी आंखों में है जादू , तेरी बातों में इक नशा है।
तेरी आंखों में है जादू , तेरी बातों में इक नशा है।
B S MAURYA
अब कहां वो बात रही
अब कहां वो बात रही
अनिल कुमार निश्छल
जब जब तुम कहते हो
जब जब तुम कहते हो "ये कठिन समय है ?"
पूर्वार्थ
वो लिखती है मुझ पर शेरों- शायरियाँ
वो लिखती है मुझ पर शेरों- शायरियाँ
Madhuyanka Raj
आयु घटाता है धूम्रपान
आयु घटाता है धूम्रपान
Santosh kumar Miri
अस्त-व्यस्त सी सलवटें, बिखरे-बिखरे बाल।
अस्त-व्यस्त सी सलवटें, बिखरे-बिखरे बाल।
sushil sarna
शोकहर छंद विधान (शुभांगी)
शोकहर छंद विधान (शुभांगी)
Subhash Singhai
अपना बेरीया लागेली भागे
अपना बेरीया लागेली भागे
नूरफातिमा खातून नूरी
■ उसकी रज़ा, अपना मज़ा।।
■ उसकी रज़ा, अपना मज़ा।।
*प्रणय*
ଡାକ ଆଉ ଶୁଭୁ ନାହିଁ ହିଆ ଓ ଜଟିଆ
ଡାକ ଆଉ ଶୁଭୁ ନାହିଁ ହିଆ ଓ ଜଟିଆ
Bidyadhar Mantry
Loading...