[[ वफ़ा दो वफ़ा लो मुहब्बत मिलेगी ]]
⚛ वफ़ा दो वफ़ा लो मुहब्बत मिलेगी ,!
बता दूरियाँ जान कब तक सहेगी ,!! १
■???????????■
जला दो चिराग़े वफ़ा के जरा तुम ,!
हमारी कहानी कलम फिर लिखेगी ,!! २
■???????????■
यक़ीनन तमाशा करेगा जमाना ,!
कमी तो हर एक जिंदगी में रहेगी , !! ३
■??????????■
जहाँ ने खिलौना बना दी मुहब्बत ,!
यही सोचकर अब हमी पर हँसेगी ,!! ४
■???????????■
न करना यकीं तुम यहाँ अब किसी पर ,
बता दो मुझे साथ कब तक चलेगी ,!! ५
■???????????■
जहाँ प्यार की कद्र ही कुछ नही है ,!
वहाँ पर मुहब्बत सदा फिर मिटेगी ,!! ६
■???????????■
अकेला नहीं छोड़ सकता तुझे में ,!
अगर आज ग़म कल ख़ुशी फिर मिलेगी ,!! ७
■????????■
यकीं है मुझे जां बताशा तुझी पर ,!
ये रौनक़ नितिन की हमेशा रहेगी ,!! ८
■■????????■■
?? ? नितिन शर्मा ???