Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Oct 2021 · 1 min read

वफ़ाए

मुक़्क़मल थी मुद्दतों से वफ़ा मेरी
सिरह तो उनके वफ़ा में भी न थी
फर्क इतना था बस
हमें उनसे थी उन्हें किसी और से

Language: Hindi
Tag: शेर
205 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*आदमी यह सोचता है, मैं अमर हूॅं मैं अजर (हिंदी गजल)*
*आदमी यह सोचता है, मैं अमर हूॅं मैं अजर (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
दौलत -दौलत ना करें (प्यासा के कुंडलियां)
दौलत -दौलत ना करें (प्यासा के कुंडलियां)
Vijay kumar Pandey
श्रीराम गाथा
श्रीराम गाथा
मनोज कर्ण
मन भर बोझ हो मन पर
मन भर बोझ हो मन पर
Atul "Krishn"
Men are just like books. Many will judge the cover some will
Men are just like books. Many will judge the cover some will
पूर्वार्थ
⚜️गुरु और शिक्षक⚜️
⚜️गुरु और शिक्षक⚜️
SPK Sachin Lodhi
मै पूर्ण विवेक से कह सकता हूँ
मै पूर्ण विवेक से कह सकता हूँ
शेखर सिंह
अभाव और साहित्य का पुराना रिश्ता है अभाव ही कवि को नए आलंबन
अभाव और साहित्य का पुराना रिश्ता है अभाव ही कवि को नए आलंबन
गुमनाम 'बाबा'
RATHOD SRAVAN WAS GREAT HONORED
RATHOD SRAVAN WAS GREAT HONORED
राठौड़ श्रावण लेखक, प्रध्यापक
पथ पर आगे
पथ पर आगे
surenderpal vaidya
वक्रतुंडा शुचि शुंदा सुहावना,
वक्रतुंडा शुचि शुंदा सुहावना,
Neelam Sharma
सावन तब आया
सावन तब आया
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
🌱कर्तव्य बोध🌱
🌱कर्तव्य बोध🌱
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
अंधकार जितना अधिक होगा प्रकाश का प्रभाव भी उसमें उतना गहरा औ
अंधकार जितना अधिक होगा प्रकाश का प्रभाव भी उसमें उतना गहरा औ
Rj Anand Prajapati
"नोटा"
Dr. Kishan tandon kranti
भगवान भी शर्मिन्दा है
भगवान भी शर्मिन्दा है
Juhi Grover
*Relish the Years*
*Relish the Years*
Poonam Matia
|| तेवरी ||
|| तेवरी ||
कवि रमेशराज
छुपा रखा है।
छुपा रखा है।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
मैं अपना जीवन
मैं अपना जीवन
Swami Ganganiya
कुछ यादें कालजयी कवि कुंवर बेचैन की
कुछ यादें कालजयी कवि कुंवर बेचैन की
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
8--🌸और फिर 🌸
8--🌸और फिर 🌸
Mahima shukla
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बेरोजगारी मंहगायी की बातें सब दिन मैं ही  दुहराता हूँ,  फिरभ
बेरोजगारी मंहगायी की बातें सब दिन मैं ही दुहराता हूँ, फिरभ
DrLakshman Jha Parimal
सितारों की तरह चमकना है, तो सितारों की तरह जलना होगा।
सितारों की तरह चमकना है, तो सितारों की तरह जलना होगा।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
****शिरोमणि****
****शिरोमणि****
प्रेमदास वसु सुरेखा
मेरे उर के छाले।
मेरे उर के छाले।
Anil Mishra Prahari
You are the sanctuary of my soul.
You are the sanctuary of my soul.
Manisha Manjari
लेखन-शब्द कहां पहुंचे तो कहां ठहरें,
लेखन-शब्द कहां पहुंचे तो कहां ठहरें,
manjula chauhan
#आज_का_मुक्तक
#आज_का_मुक्तक
*प्रणय प्रभात*
Loading...