वक़्त मिले आ जाना
सुमधुर कामनाएं होली की ।
स्नेहिल रंगों की बोली की ।
सजी हुई है थाल हृदय रंग ,
अहसासों की हमजोली सी ।
वक़्त मिले तब आना तुम ।
यादों को रंग जाना तुम ।
इन अहसासों के रंगों से ,
मुझको तर कर जाना तुम ।
….. विवेक दुबे”निश्चल”@…..
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Blog post1/3/18