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24 Mar 2020 · 1 min read

वक़्त के आगे भाग युवा

तज नींद को अब तू जाग युवा
अपने अधिकार को मांग युवा
जीवन में कुछ करना है तो
वक़्त के आगे भाग युवा

सागर की लहर को मोड़ दे तू
पर्वत का सीना तोड़ दे तू
खीच गगन को धरती पर
पूरब- पश्चिम को जोड़ दे तू

कुछ पाने की ख्वाहिश है तो
कर त्याग युवा,कर त्याग युवा
जीवन में कुछ करना है तो
वक़्त के आगे भाग युवा

आजाद और बिस्मिल बन जा
भारत माता का दिल बन जा
बन भगत सिंह चढ़ सूली पर
तू भक्ति के काबिल बन जा

छोड़ मोहब्बत के नग्मे
गा इंकलाब का राग युवा
जीवन में कुछ करना है तो
वक़्त के आगे भाग युवा

एक आस का दीप जला दे तू
अँधियारा दूर भगा दे तू
हर आँख टिकी है अब तुझ पर
सबके सपनो को जिला दे तू

बहरों को सुनाई दे जाए
ऐसा एक गोला दाग युवा
जीवन में कुछ करना है तो
वक़्त के आगे भाग युवा

Language: Hindi
2 Likes · 404 Views
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