परिंदा
अभी दिन है तो,रात भी जरूर आयेगी ।
चाँद तारों से, मुलाक़ात भी हो जाएगी ।
फिर आसमानी चादर का वहम टूटेगा ।
परिंदा फिर अपने घर वापस लौटेगा ।
अभी दिन है तो,रात भी जरूर आयेगी ।
चाँद तारों से, मुलाक़ात भी हो जाएगी ।
फिर आसमानी चादर का वहम टूटेगा ।
परिंदा फिर अपने घर वापस लौटेगा ।