*व्हाट्सएप दोहे*
व्हाट्सएप दोहे
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(1)
घर-घर में सब हो गए, व्हाट्सएप -बीमार
आँखों में कम रोशनी, सिर में दर्द-बुखार
(2)
व्हाट्सएप कम देखिए, दें दुकान पर ध्यान
व्हाट्सएप जिनका चला , चलती नहीं दुकान
(3)
चोर चुराकर ले गए,तिनका-तिनका बीन
घरवाले-घरवालियाँ व्हाट्सएप में लीन
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451