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5 Sep 2021 · 1 min read

व्यवस्था पर चोट

नफ़रत की
आग में पूरा देश
मज़हब की
आग में पूरा देश
अब जलने को
तैयार है…
बिछा हुआ
चारों ओर बारूद
फैला हुआ
चारों ओर बारूद
बस तिल्ली की
दरकार है…
मजदूर पीटे
किसान पीटे
बूढ़े पीटे
जवान पीटे
कितनी ज़्यादा
बेरहमी से
मेहनतकश
इंसान पीटे
इसे चीखें
क्या सुनाई देंगी
यह बहरों की
सरकार है…

Language: Hindi
Tag: गीत
165 Views
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