Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Dec 2021 · 1 min read

व्यवस्था परिवर्तन

व्यवस्था को
बदले बिना!
सत्ता बदल
सकेगी क्या!!
मान लो वह
बदल भी गई!
तो देर तक
टिकेगी क्या!!
Shekhar Chandra Mitra
#धर्मनिरपेक्षभारत #धर्मसंसद
#Lynching #SecularIndia

Language: Hindi
214 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कवि सम्मेलन में जुटे, मच्छर पूरी रात (हास्य कुंडलिया)
कवि सम्मेलन में जुटे, मच्छर पूरी रात (हास्य कुंडलिया)
Ravi Prakash
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
चाँद
चाँद
ओंकार मिश्र
(13) हाँ, नींद हमें भी आती है !
(13) हाँ, नींद हमें भी आती है !
Kishore Nigam
महिला दिवस
महिला दिवस
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
पंचचामर मुक्तक
पंचचामर मुक्तक
Neelam Sharma
दुख तब नहीं लगता
दुख तब नहीं लगता
Harminder Kaur
होली (विरह)
होली (विरह)
लक्ष्मी सिंह
2707.*पूर्णिका*
2707.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ముందుకు సాగిపో..
ముందుకు సాగిపో..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
कुछ अपनी कुछ उनकी बातें।
कुछ अपनी कुछ उनकी बातें।
सत्य कुमार प्रेमी
चुन लेना राह से काँटे
चुन लेना राह से काँटे
Kavita Chouhan
******आधे - अधूरे ख्वाब*****
******आधे - अधूरे ख्वाब*****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ज़िंदगी चलती है
ज़िंदगी चलती है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तुलसी युग 'मानस' बना,
तुलसी युग 'मानस' बना,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
सुविचार
सुविचार
Sanjeev Kumar mishra
अब छोड़ दिया है हमने तो
अब छोड़ दिया है हमने तो
gurudeenverma198
"गूंगों की बस्ती में, बहरों की आबादी।
*Author प्रणय प्रभात*
लौट कर न आएगा
लौट कर न आएगा
Dr fauzia Naseem shad
रिहाई - ग़ज़ल
रिहाई - ग़ज़ल
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
जब ऐसा लगे कि
जब ऐसा लगे कि
Nanki Patre
भारत चाँद पर छाया हैं…
भारत चाँद पर छाया हैं…
शांतिलाल सोनी
सज़ल
सज़ल
Mahendra Narayan
आदि शंकराचार्य
आदि शंकराचार्य
Shekhar Chandra Mitra
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
Ram Krishan Rastogi
मेरी एक बार साहेब को मौत के कुएं में मोटरसाइकिल
मेरी एक बार साहेब को मौत के कुएं में मोटरसाइकिल
शेखर सिंह
"नहीं देखने हैं"
Dr. Kishan tandon kranti
आजकल के परिवारिक माहौल
आजकल के परिवारिक माहौल
पूर्वार्थ
जब सांझ ढले तुम आती हो
जब सांझ ढले तुम आती हो
Dilip Kumar
हनुमंत लाल बैठे चरणों में देखें प्रभु की प्रभुताई।
हनुमंत लाल बैठे चरणों में देखें प्रभु की प्रभुताई।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
Loading...