व्यंजन
क ख ग घ ड• अक्षर प्यारे हैं।
च छ ज झ ञ कितने न्यारे हैं।
ट ठ ड ढ ण मेरे मन को भाये।
त थ द ध न मेरी नानी गाये।
प फ ब भ म मजे से पढ़ लेना।
य र ल व श मिलेगा फिर छेना।
ष स ह क्ष त्र तैयारी कर गाओ।
ज्ञ ज्ञानी बन व्यंजन कविता दोहराओ।
—- डॉ सतगुरु प्रेमी