व्यंग, हमारे चौकीदार अंकल भी प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं
सबसे पहले तो मुझसे उन्होंने यही कहते हुए बात करना शुरू किया कि ‘मै चोर नही हूं , सारे चौकीदार चोर नही होते | तो मैने उनके मन के भाव समझकर उन्हें दिलासा देते हुए कहा के हमे आप पर पुरा भरोसा है आखिर आप कई बरस से हमारे मोहल्ले की चौकीदारी कर रहे हैं और आपके रहते कोई दस हजार करोड़ तो क्या दस रुपये तक लेकर नही भाग पाया है |
थोडा बहोत हंसी ठिठोली का माहौल बना तो चौकीदार अंकल ने कहा के मै भी प्रधानमंत्री बनना चाहता हूँ और हम सब खिलखिला कर हंस पड़े और वो भी मुस्कराते रहे |
लेकिन जब मै घर आया तो सोचने लगा के चौकीदार अंकल के जुमले में दम तो है | जब प्रधानमंत्री , प्रधानमंत्री होकर चौकीदार बन सकते हैं तो आखिर एक चौकीदार प्रधानमंत्री क्यों नहीं बन सकता और इनके पास तो चौकीदारी का अनुभव भी है शायद अब और कोई दस बारह हजार करोड़ लेकर फिर न भाग जाए |
गरीबी , बेरोजगारी , जनसंख्या बुद्धि , किसान आत्महत्या , दहेज , कन्या भ्रूण हत्या जैसी विसाल समस्याओं का निवारण कर सके जो हमारे देश का विकास कर सके ऐसा व्यक्ति हमारे देश का प्रधानमंत्री होना चाहिए |