व्यंग्य
Moon निकलता है in the night
जमीन पर लाए अपनी कविताओं की flight।।
नहीं तो मैं करूंगा आपकी आलोचना tight।
जिससे हो जाएगी अपनी वैचारिक fight।।
मुझे पता है चाहिए आपको lime light।
आत्मीयता के बिना कविता कभी नही होती deluxe delight।।
मून निकलता है इन द नाइट…
मून निकलता है इन द नाइट…
स्वरचित मौलिक *******
मैं
11.06.2021