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23 Oct 2022 · 2 min read

व्यंग्य- प्रदूषण वाली दीवाली

टीवी चैनलों पर फिर से चीखते दिखाई देगें, कुछ एंकर गला फाड़ते सुनाई देगें कि दीवाली पर प्रदूषण इतना फैला कि कई दिनों तक टीवी पर दिखेगा झमेला। इतना प्रदूषण पटाखे नहीं फैलाते जितना आज टीवी एंकर फैलाते हैं और नाम दूसरों का लगाते हैं। इनका वश नहीं चलता नहीं तो ये दिये भी ना जलाने दें और मोमबत्ती में ही त्यौहार मना लें। दिया एक अलग धर्म की निशानी, मोमबत्ती की कथा भी सुहानी। हाथ उठे तो धर्म बदले और सिर झुकाए तो पंजाबी। इसलिए दिये की अलग ही कहानी।
फिलहाल हम वापिस आ जाते हैं प्रदूषण वाली दीवाली पर। तो कुछ नेता भी ज्ञान बांटते नजर आएंगे और सारा दोष दीवाली को दे जायेगें। जब अन्य लोगों की रैलियां, गला फाड़ते भोपू बजते हैं और देशी बम फोड़े जाते हैं, तब इनको ना सुनाई देते हैं ना दिखाई देते हैं। तब सारा ज्ञान भोपू में बज जाता है और बचा दीवाली पर नजर आता है। कुछ तो वायरल होने के लिए नए-नए पैतरे आजमाते हैं और लोगों को गलत जानकारी पहुँचाते हैं।
वायरल होने के आजकल अलग ही जलबे हैं, जो सोशल मीडिया पर छाया समझो कुछ समय तक वही स्टार कहलाया। इसलिये कुछ मनचले झूठी बातें फैलाते हैं और भोली भाली जनता की भावनाओं से खेल जाते हैं। इस दीवाली भी वर्षों पुरानी तस्वीरों को साल 2022 की दीवाली में हुई हानि का नाम लेकर फैलाया जाएगा और लोगों को बेवकूफ बनाया जाएगा।
दीवाली के साथ प्रदूषण नाम जोड़कर तथाकथित लोगों ने नई रीत चलाई है, दीपों के त्यौहार को प्रदूषण फैलाने का कारण बता कितनों से दीवाली की खुशी छीन ली है। फटाखे जलाकर लोग खुशियों को दुगनी करते थे, अब वही यह सोचकर चुप हो गए कि कहीं हम ही पर दोष ना लग जाये। हां तब यह फटाखे प्रदूषण नहीं फैलाते जब ये चुनाव की जीत के तौर पर फोड़े जाते हैं और ना ही तब प्रदूषण फैलाते हैं जब क्रिकेट में जीत हासिल होती हैं। यह प्रदूषण बस दीवाली पर ही फैलाते हैं, शायद इनका डाइजेशन सिस्टम काम नहीं करता है।
हां मगर यही फटाखे तब अच्छे नहीं लगते जब मजे-मजे में कुछ लोग सच में रावण बन जाते हैं और मूक जानवरों को हानि पहुँचाते हैं, सच में तब फटाखे नहीं जलाना ही शांतिदायक होता है।
फटाखे ऐसे जलाओ कि ना किसी को हानि हो और ना ही रोष। त्यौहार का त्यौहार रहे और मुस्कुराए फूल।
फूल का मतलब यहाँ पेड़ों के फूल से मत जोड़ लेना, ये फूल तो तुम्हारे अपने घर के हैं, जिन्हें फटाखो से जरा दूर रखना और फुलझड़ी-चकरी से खुश करना।

—- जयति जैन “नूतन”, भोपाल—-

पता- जयति जैन “नूतन “, 441, सेक्टर 3 , शक्तिनगर भोपाल ,BHEL. पंचवटी मार्केट के पास ! pin code – 462024

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