व्यंग्य – चाय-ना बैंक…
फिर देशी विदेशी की,
बात उड़ चली।
सरकार चायना बैंक,
भारत में खोलेगी,
यह आवाज उड़ पड़ी,
विपक्षी सत्ता पक्ष पर,
जोर-जोर बिफर रहे,
राष्ट्रवाद की दुहाई दे,
सरकार से ही कह रहे।
सब बिना मतलब के,
परेशान हो रहे।
बेमतलब की चायना पर,
उंगली उठा रहे।
अरे समझो यह,
चाय बाले पीएम की,
एक नयी चाल है,
आगे 2019 है,
चाय-ना, यह सिर्फ,
एक बार और,
पीएम बनने के लिए,
चाय का प्रचार है।