वो विदा हो गये फिर न आये कभी।
थे मेरे सिर पे उनके ही साये कभी।
वो विदा हो गये फिर न आए कभी।
वो थे माँ बाप के रूप में देवता,
फूल माला न उनको चढ़ाए कभी।
…….✍️ प्रेमी
थे मेरे सिर पे उनके ही साये कभी।
वो विदा हो गये फिर न आए कभी।
वो थे माँ बाप के रूप में देवता,
फूल माला न उनको चढ़ाए कभी।
…….✍️ प्रेमी