वो लड़की !
वो लड़की
वो जो गई थी
सौदा करने हाट में,
गीत गाते बाट में,
जो हाट से लौटी नहीं
निगल लिया जिसे हाट ने,
मैं ही तो रही होउंगी
या मेरी बहिन,
या फिर माँ,
किसी और जन्म में,
किसी और नाम से
किसी और गांव में
किसी और हाट में,
हाँ-हाँ मैं ही रही होउंगी
मैं ही तो हूँ सब में
और सारी औरतें मुझ में!
।।सिद्धार्थ।।