वो बातें
रात तो बीत गई पर कुछ कही ,
कुछ अनकही बातें रह गई ,
कुछ दिल को बेचैन कर गई ,
कुछ ज़ेहन को मुज़्महिल कर गई ,
श़ब -ओ-सहर का सिलसिला तो ब-दस्तूर जारी रहेगा ,
गुज़िश्ता लम्हों का एहसास यूँ ही दिल
सालता रहेगा।
रात तो बीत गई पर कुछ कही ,
कुछ अनकही बातें रह गई ,
कुछ दिल को बेचैन कर गई ,
कुछ ज़ेहन को मुज़्महिल कर गई ,
श़ब -ओ-सहर का सिलसिला तो ब-दस्तूर जारी रहेगा ,
गुज़िश्ता लम्हों का एहसास यूँ ही दिल
सालता रहेगा।