वो बचपन की अमीरी,
वो बचपन की अमीरी,
न जाने अब कहां खो गई,
वो दिन ही कुछ और थे,
स्कूल के छुट्टी से आते थे
फिर दोस्तों के साथ खेलने जाते थे
वो बचपन की अमीरी,
न जाने अब कहां खो गई,
वो दिन ही कुछ और थे,
स्कूल के छुट्टी से आते थे
फिर दोस्तों के साथ खेलने जाते थे