वो पल पल बीता यूं….
वो पल-पल बीता यूं जैसे वक्त का हो थम जाना।
तेरी कही बातें याद कर नैनों का यूं भर आना।
तुम न समझोगे लम्हों के बीत जाने का एहसास ;
ज़िन्दगी तो कट जाएगी पर समय का न वापिस आना।
वो पल-पल बीता…..
मिले हो आज तो सूझे न क्या कहें तुमसे हम ;
रह-रह के मुस्काना और कभी अश्कों का बह आना।
वो पल-पल बीता……
अजीब कशमकश में ले आए तुम आज रूबरू होकर ;
दिल कहे लौट आएं वो लम्हे और दिल आशिकाना।
वो पल-पल बीता………
चेहरे के भाव छुपाए नहीं छुपते आज देखो तो ;
छलक गया जाने कहां पल में बरसों के दर्द का पैमाना।
वो पल-पल बीता……….
ज़िन्दगी तो है ऐसी सोचो तो उलझी सुलझी सी ;
कहीं पतझड़ रहे सदा कहीं बहारों का चुपचाप चले आना।
कामनी गुप्ता***
जम्मू !