वो दिन भी बड़ा कठिन था जब कोई मुझसे रूठा था
वो दिन भी बड़ा कठिन था जब कोई मुझसे रूठा था
पता चला बाद में, उसका प्यार और वो झूठा था
ऐसे ही कोई अचानक आता है जिदगी में
जो हजार कसमे और वादे कर जाता है जिदगी में
वादे तो देखो उसके जीने मरने की बाते करता था
जब आयी निभाने की बारी,तो कहता कि तुम कोन हो
एक पल में ही उसने सब कुछ भुला दिया
जो कहता था कभी कि सब कुछ मेरी बस तुम ही हो
मुझे लगा की वो बस मुझसे रूठा था
लेकिन नही, पता चला उसका प्यार और वो झूठा था
श्री रावत…..