वो तेरी पहली नज़र
वो तेरी पहली नज़र
वो तेरी पहली नज़र
रिश्तों के मायने बदल गई,
तोड़ गई किसी का दिल
किसी के साथ ख़ुशी से जुड़ गई।
वो तेरी पहली नज़र
मुझको छुपा गई पलकों में
मेरी हक़ीक़त जान कर
दुखी मन से मेरा नाम बदल गई ,.
वो तेरी पहली नज़र
लबों पे मेरे तेरे तबस्सुम धर गई
फिर डर गई दुनियां क्या कहेगी
वो मेरे रिश्तों को पलभर में बदल गई।
वो तेरी पहली नज़र
प्यार सीखा रही थी मुझको, प्यार से
दो पल नज़र मिलाकर
जाने कब इतरा के झुक गई ,
वो तेरी पहली नज़र
कब सयानी हुई कब सोच बैठी
मैं नदियां छोटी, ये सागर बड़ा है,
फिर वो सागर सुखाने को,
नदी सागर किनारे से गुज़र गई।
वो तेरी पहली नज़र
रिश्तों के मायने बदल गई,
आपका अपना दोस्त तनहा शायर हूँ यश