Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Shweta Soni
27 Followers
Follow
Report this post
8 Apr 2024 · 1 min read
वो छोड़ गया था जो
वो छोड़ गया था जो
मुझे आँसुओं के साथ
मैं उससे मिल के आज
फिर शगुफ़्ता हो गई
Tag:
Quote Writer
Like
Share
77 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from Shweta Soni
View all
अंतर्मन का कोपभवन
Shweta Soni
ख्वाब जो देखे थे मैंने
Shweta Soni
You may also like:
इज़्ज़त
Jogendar singh
रिश्ते अब रास्तों पर
Atul "Krishn"
हर तरफ भीड़ है , भीड़ ही भीड़ है ,
Neelofar Khan
बेफिक्री
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
बाल कविता: मेरा कुत्ता
Rajesh Kumar Arjun
World Blood Donar's Day
Tushar Jagawat
खड़कते पात की आवाज़ को झंकार कहती है।
*प्रणय*
"गुजारिश"
Dr. Kishan tandon kranti
आजा माँ आजा
Basant Bhagawan Roy
ग़म है,पर उतना ग़म थोड़ी है
Keshav kishor Kumar
हर इश्क में रूह रोता है
Pratibha Pandey
बुंदेली हास्य मुकरियां -राना लिधौरी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
रमेशराज का हाइकु-शतक
कवि रमेशराज
धार्मिक सौहार्द एवम मानव सेवा के अद्भुत मिसाल सौहार्द शिरोमणि संत श्री सौरभ
World News
जीवन बहुत कठिन है लेकिन तुमको जीना होगा ,
Manju sagar
जीवन का हर पल बेहतर होता है।
Yogendra Chaturwedi
देवर्षि नारद जी
Ramji Tiwari
हाय री गरीबी कैसी मेरा घर टूटा है
कृष्णकांत गुर्जर
* खिल उठती चंपा *
surenderpal vaidya
क्या हो, अगर कोई साथी न हो?
Vansh Agarwal
"अमरूद की महिमा..."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मेरी कहानी मेरी जुबानी
Vandna Thakur
#गुप्त जी की जीवनी
Radheshyam Khatik
*जिंदगी*
Harminder Kaur
""बहुत दिनों से दूर थे तुमसे _
Rajesh vyas
हर लम्हा दास्ताँ नहीं होता ।
sushil sarna
आजा मेरे दिल तू , मत जा मुझको छोड़कर
gurudeenverma198
2799. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अहंकार और संस्कार के बीच महज एक छोटा सा अंतर होता है अहंकार
Rj Anand Prajapati
Loading...