वोट
🔥 चुनाव🔥
सत्य और धर्म की स्थापना सदैव स्व और स्वपरिवार से होनी चाहिए, ऐसा श्री राम और श्री कृष्ण ने अपने अवतरण काल में किया । अगर आप समाज विज्ञान के विद्यार्थी नहीं है तब भी आप जानते है की परिवार का मूल तत्व त्याग से स्नेह है और यदि परिवार में ये तत्व खत्म हो जाए तो परिवार झुंड बन जाता है। झुंड में हर व्यक्ति अपने स्वार्थ के पूर्ति के लिए सारी मर्यादाओं का उलंघन करता है, जैसे रावण और दुर्योधन । जिसके के लिए वंश, जाति या परिवार की दुहाई दी जाती है। रावण( अधर्म) का सामना यदि राम (धर्म) से होगी तभी मानव समाज का उत्थान होगा और यदि भ्रष्टाचारी से भ्रष्टाचारी का मुकाबला है तो समाज और आप के हाथ क्या लगेगा, जरा सोचिए। आप युवा है, आने वाली पीढ़ियों के भविष्य निर्माता है आप, उम्मीद आप से ही करने का धर्म है। चलिए, चलते चलते मै ही शुरुवात करता हूं। चुनाव में बाबा, चाचा , भाई, मामा और सगे संबंधियों , जो भी चुनाव चुनाव लड़ रहे हो, आप से अनुरोध है की यदि आप इन सभी में किसी भी प्रकार का आर्थिक या चारित्रिक भ्रष्टाचार नजर आए तो इनका विरोध करे। क्योंकि आर्थिक भ्रष्टाचार, चारित्रिक भ्रष्टाचार को पोषित कर रहा है। अरे मित्रों तुम कर सकते हो, तुम्हीं कर सकते हो।