Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Aug 2023 · 1 min read

वोटर की पॉलिटिक्स

वोटर की पॉलिटिक्स

“पिताजी, आप पिछले हफ्ते भर में पांच नेताओं से वोट देने के बदले में कुछ न कुछ उपहार या नगद राशि ले चुके हैं. वोट तो किसी भी एक ही को दे सकते हैं न, फिर ये… ?” उत्सुकतावश बारह वर्षीय बेटे ने अपने पिताजी से पूछा।
“हाँ बेटा, वोट तो एक ही व्यक्ति को दे सकता हूँ। वह जिसे देना है, उसे तो दे ही दूंगा, पर इन लोगों को, जो मतदाताओं को खरीदने का दंभ भर रहे हैं, उन्हें तो बिलकुल भी नहीं दूंगा। बेटा, जो आदमी जैसा होता है, वह दूसरों के विषय में भी वैसा ही सोचता है। ये लोग आज मतदाताओं को खरीदने की कोशिश कर रहे हैं, यदि किसी तरह जीत गए, तो कल देश को बेचने की कोशिश करेंगे।” पिताजी ने समझाते हुए कहा।
“यदि इन्हें वोट नहीं देना है, तो आपको इनसे कोई भी चीज नहीं लेनी चाहिए। आप ही मुझे ईमानदारी का पाठ पढ़ाते हैं और आप ही ?” बेटे को सच जानने की जिज्ञाषा हो रही थी।
“बेटा, कभी-कभी बेईमान लोगों से बेईमानी से पेश आना पड़ता है। यदि मैंने इनके उपहार लेने से इनकार कर दिया, तो ये मुझे अपना दुश्मन मान बैठेंगे और परेशान करेंगे। इसलिए इनकी हाँ में हाँ मिलाना मेरी मजबूरी है, पर वोट तो पूर्णतः गोपनीय होता है। इसलिए वोट अपनी मर्जी से दूंगा।” पिताजी ने स्पष्ट किया।
अब बेटे की जिज्ञाषा शांत हो गई थी।
– डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़

1 Like · 178 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हम तुम
हम तुम
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
कभी नजरें मिलाते हैं कभी नजरें चुराते हैं।
कभी नजरें मिलाते हैं कभी नजरें चुराते हैं।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
सपने
सपने
अशोक कुमार ढोरिया
" फर्क "
Dr. Kishan tandon kranti
"Every person in the world is a thief, the only difference i
ASHISH KUMAR SINGH
*मां*
*मां*
Dr. Priya Gupta
"नग्नता, सुंदरता नहीं कुरूपता है ll
Rituraj shivem verma
मेरी आँखों से जो ये बहता जल है
मेरी आँखों से जो ये बहता जल है
Meenakshi Masoom
3363.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3363.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
हिन्दीग़ज़ल में कितनी ग़ज़ल? -रमेशराज
हिन्दीग़ज़ल में कितनी ग़ज़ल? -रमेशराज
कवि रमेशराज
Neeraj Chopra missed the first 🥇 diamond league title by 0.0
Neeraj Chopra missed the first 🥇 diamond league title by 0.0
पूर्वार्थ
*गाता गाथा राम की, तीर्थ अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
*गाता गाथा राम की, तीर्थ अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मिलती बड़े नसीब से , अपने हक की धूप ।
मिलती बड़े नसीब से , अपने हक की धूप ।
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
कैमिकल वाले रंगों से तो,पड़े रंग में भंग।
कैमिकल वाले रंगों से तो,पड़े रंग में भंग।
Neelam Sharma
यहां लोग सच बोलने का दावा तो सीना ठोक कर करते हैं...
यहां लोग सच बोलने का दावा तो सीना ठोक कर करते हैं...
Umender kumar
महसूस किए जाते हैं एहसास जताए नहीं जाते.
महसूस किए जाते हैं एहसास जताए नहीं जाते.
शेखर सिंह
“विवादित साहित्यकार”
“विवादित साहित्यकार”
DrLakshman Jha Parimal
पीड़ादायक होता है
पीड़ादायक होता है
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
#करना है, मतदान हमको#
#करना है, मतदान हमको#
Dushyant Kumar
* बाँझ न समझो उस अबला को *
* बाँझ न समझो उस अबला को *
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
ग़ज़ल _ मुझे भी दे दो , गुलाब जामुन ,
ग़ज़ल _ मुझे भी दे दो , गुलाब जामुन ,
Neelofar Khan
एक सही आदमी ही अपनी
एक सही आदमी ही अपनी
Ranjeet kumar patre
रखो माहौल का पूरा ध्यान
रखो माहौल का पूरा ध्यान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
😢आप ही बताएं😢
😢आप ही बताएं😢
*प्रणय*
*अब सब दोस्त, गम छिपाने लगे हैं*
*अब सब दोस्त, गम छिपाने लगे हैं*
shyamacharan kurmi
माँ मेरी
माँ मेरी
Dr fauzia Naseem shad
लोग अब हमसे ख़फा रहते हैं
लोग अब हमसे ख़फा रहते हैं
Shweta Soni
एक पति पत्नी के संयोग से ही एक नए रिश्ते का जन्म होता है और
एक पति पत्नी के संयोग से ही एक नए रिश्ते का जन्म होता है और
Rj Anand Prajapati
1 *मेरे दिल की जुबां, मेरी कलम से*
1 *मेरे दिल की जुबां, मेरी कलम से*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
ज़माने ने मुझसे ज़रूर कहा है मोहब्बत करो,
ज़माने ने मुझसे ज़रूर कहा है मोहब्बत करो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...