वैसा ही यथार्थ भी लिखो
जैसा जीयो ख़ुद महशूस भी करो ठीक वैसा ही यथार्थ भी लिखो.
फिर देखो लिखने मे लोक वेदना खुशी ग़म के अक्श जो हर किसी से कुछ कहे?
शायर- किशन कारीगर
(©काॅपीराईट)
जैसा जीयो ख़ुद महशूस भी करो ठीक वैसा ही यथार्थ भी लिखो.
फिर देखो लिखने मे लोक वेदना खुशी ग़म के अक्श जो हर किसी से कुछ कहे?
शायर- किशन कारीगर
(©काॅपीराईट)