वैलेंटाईन डे 2022
रिश्तों में कुछ खुशबू, प्यार और रोमांस जोड़ने के लिए वेलेंटाइन वीक या वैलेंटाईन डे मनाया जाता है। खुशी के साथ प्रगतिशील जीवन की शुरुआत के लिये साथ ही जीवन में कुछ प्यार और प्यार के महत्व को जोड़ने के लिये इस उत्सव को मनाने का एक अच्छा अवसर माना जाता है। ये एक मजेदार उत्सव होता है जहाँ लोग लाल गुलाब के साथ अपनी वेलेंटाइन वीक की शुरुवात करते है। किसी भी रिश्ते की पहली सबसे महत्वपूर्णं चीज है कि पूरे जीवन भर उसको प्रभावित करने के लिये अपने वैलेंटाईन की पसंद और नापसंद के बारे में गहराई से समझे क्यूंकि बेहतर और मजबूत रिश्ते के लिये बिना किसी उम्मीद के रिश्तों में हमेशा कुछ देने की समझ होनी चाहिये।
वैलेंटाईन डे 2022 पूरे विश्व के लोगों द्वारा 14 फरवरी, सोमवार को मनाया जायेगा।
वैलेंटाइन डे क्या होता है / वैलेंटाइन डे का हिंदी अर्थ / वैलेंटाइन डे का मतलब / वैलेंटाइन डे किसे कहते हैं -पूरे विश्व भर में लोगों के सभी समूहों के सहित युवाओं के लिये एक प्यार का उत्सव के रुप में वैलेंटाईन्स डे को मनाया जाता है। इसे प्रेमी/प्रेमिका ही नहीं दोस्त,मां ,पिता,भाई बहन के प्रति जोश, उत्साह और खुशी के साथ हर वर्ष 14 फरवरी को मनाया जाता है। ये हर एक रिश्ते में खुशी और मजबूती लाता है। यह एक विशेष उत्सव है जो हर एक रिश्तों के बीच संबंधों को नया और मजबूत बनाता है। कई प्रकार के आकर्षक, प्यारे और खूबसूरत ग्रीटिंग्स कार्ड्स, गिफ्ट पैक, संदेश आदि अपने प्रियजनों के लिये देते है। वैलेंटाईन डे “सेंट वैलेंटाईन डे के नाम से भी प्रसिद्ध है” या इसे “सेंट वैलेंटाईन का त्योहार” भी कहा जाता है जो कई देशों में वार्षिक तौर पर पूरे विश्व भर में मनाया जाता है।वैलेंटाईन डे का इतिहास / वैलेंटाईन डे की शुरुवात -पूर्व के ईसाई संत के नाम सेंट वैलेंटाईन या वैलेंटीनस के द्वारा वैलेंटाईन डे उत्सव को पहली बार मनाने की शुरुआत हुई थी। वैलेंटाईन डे उत्सव को मनाने के पीछे का इतिहास सबसे प्रसिद्ध क्रिश्चन संत, संत वैलेंटाईन से जुड़ा हुआ है। इसके इतिहास के अनुसार, एक बार उन्हें जेल भेजा गया क्योंकि वो एक सैनिक के विवाह की शादी में शामिल हो गये थे जिसे शादी करने की इजाज़त नहीं थी तथा रोमन साम्राज्य में उनको प्रताड़ित किया गया। अपने जीवन को खत्म करने से पहले एक पत्र लिख कर उन्होंने सभी को अलविदा कहा जिस पर “तुम्हारा वैलेंटाईन” के रुप में हस्ताक्षर किया गया था। तब से उनकी याद में उनके अंतिम दिन को वैलेंटाईन डे के रुप में इसे पहली बार मनाने की शुरुआत हुई। एंग्लिकन कम्यूनियन तथा लूथरन चर्च के लिये अब ये एक आधिकारिक त्योहार का दिन बन चुका है। कुछ जगहों पर ये अलग-अलग दिनों पर मनाया जाता है जहाँ 6 जुलाई को ईस्टर्न औरथोडाक्स चर्च में और 30 जुलाई को ईंटरम्ना बिशप में मनाया जाने लगा था। पूर्व में इसका संबंध रुमानी प्यार से था जबकि, इंग्लैंड में 18वें दशक के दौरान, उपहार देकर, गुलाब का फूल और वैलेंटाईन डे संदेश लिखे हुए ग्रीटिंग्स कार्ड के द्वारा अपने प्रियजनों से प्यार जताने का ये उत्सव बन चुका है। कुछ लोग अपने हाथ से लिखा हुआ वैलेंटाईन संदेश या वैलेंटाईन के चित्र के साथ भी देते हैं। इस उत्सव के बारे में दूसरे एतिहासिक तथ्य है की, पूर्व में ईसाई शहीदों को वैलेंटाईन कहा जाता था जिन्हें हर वर्ष 14 फरवरी को याद और सम्मानित किया जाता था। वो रोम के वैलेंटाईन तथा रोम के पुजारी थे जिन्होंने अपना जीवन बलिदान किया और एक दिन फ्लेमिनीया के द्वारा दफनाये गये जबकि टेर्नी के वैलेंटाईन, आधुनिक टेर्नी के बिशप जो ऑरेलियन साम्राज्य के तहत शहीद हो गये थे और एक दिन फ्लेमिनिया के द्वारा दफनाये गये थे। उनके बलिदान देने के बाद उनकी ऐतिहासिक वस्तुएँ और अवशेष को उन्हें सम्मान और याद करने के लिये चर्च में रखा गया था। पूजा और सम्मान के लिये विन्चेस्टर, न्यू मिनीस्टर के ईसाईयों के मठ के लिये एक संत वैलेंटाईन का सिर सुरक्षित रखा गया था। ईसाई शहीदों को याद करने के लिये ईसाई धर्म के विभिन्न वार्षिक उत्सव के रुप में सेंट वैलेंटाईन डे के रुप में आज इसे हम वैलेंटाईन डे या वेलेंटाइन वीक मनाते है।वैलेंटाईन डे कैसे मनाते है -वैलेंटाईन डे मनाने का तरीका हर जगह के लोगों का अपना तरीका है। वैलेंटाईन दिवस को लोग पूरे उत्साह और जुनून के साथ मनाते हैं। पश्चिमी संस्कृति से मिला हुआ सांस्कृतिक और पारंपारिक क्रिया-कलापों से भरा हुआ ये एक मस्ती से युक्त उत्सव है। इस दिन, सभी जोड़े एक बड़े और लंबे उत्सव पर जाने के लिये पहले से ही अपने लिये रेस्टोरेंट और होटल बुक कर के रखे रहते हैं। वो शॉपिंग मॉल, मल्टीप्लेक्स, फिल्म देखने के लिये सिनेमा हॉल, अपने आस-पास के प्रसिद्ध स्थलों पर, लाँग ड्राईव पर, यात्रा तथा और भी बहुत जगह जाते हैं। इस दिन युवा जोड़ा एक-दूसरे को उपहार, लाल गुलाब, गहनें और कार्ड आदि देकर प्यार का इज़हार करते हैं। अकेला युवा या युवती इस दिन अपने जोड़े की तलाश करते हैं और एक-दूसरे से प्यार का इज़हार करते हैं तथा हमेशा एक अच्छे जोड़े की तरह साथ रहते हैं। जोड़े अपने साथी को आकर्षित करने और सुंदर दिखने के लिये अच्छे और चुने हुए कपड़े पहनते हैं। उस दिन के कम से कम एक हफ्ते पहले, पोस्ट ऑफिस फूल, उपहार, रोमांटिक पत्र, ग्रीटिंग्स कार्ड्स आदि को भेजने की वजह से बहुत व्यस्त हो जाता है। ये सरकारी या निजी अवकाश नहीं होता, ये सभी के लिये कार्य करने का दिन होता है, इस दिन सभी स्कूल, कॉलेज, ऑफिस, सरकरी और निजी संगठन और संस्थान दिनभर खुले रहते हैं। जबकि, ज्यादातर मस्ती करने के लिये अपने कार्यालय या दूसरे कार्यस्थलों से छुट्टी ले लेते हैं। इस दिन रोड, होटल, रेस्टोरेंट और मॉल आदि जगहों पर बहुत भीड़ होती है। ग्रीटिंग्स कार्ड और उपहार के पैकेट प्यार की निशानियों जैसे लाल गुलाब, प्यार के फरिश्तों, ऐरो, प्यार के पक्षी, लाल दिल आदि से चिन्हित होते हैं। ये प्रतीक प्यार के जोड़ो को एक साथ लाने में उनके प्यार और दोस्ती के रिश्तों को बढ़ाने और मजबूत करने में बड़ी भूमिका निभाता है। लाल रंग सभी का पसंदीदा रंग होता है और ये गहराई से प्यार और रुमानियत के प्रतीक से जुड़ा होता है । समाजिक, सांस्कृतिक और पारंपरिक प्यार और रोमांस की खुशी के लिये वैलेंटाईन डे का दिन होता है। सभी अच्छाई और बुराई से समझौते के लिये, जीवन में कुछ नया महसूस करने के लिये, जीवन को प्यार और रुमानियत के तरीकों से शुरु करने के लिये सभी लोगों के जीवन में प्यार और रोमांस बहुत जरुरी चीज है। ये सभी के जीवन में प्यार और रोमांस की उम्मीद ले आता है, ये कभी भी उम्र, समूह, लिंग या लोगों की सामाजिक स्थिति को नहीं देखता है। सभी को अपने जीवन में प्यार और रोमांस करने का अधिकार है, इस दिन लड़की/लड़के भी अपने जीवन साथी तलाश करते है। वैलेंटाईन दिवस को खास तरीके से मनाने के लिये लोग अपने आस-पास के क्षेत्रों में थोड़ा रोमांटिक और प्रसिद्ध स्थलों को या अपने शहर से दूर की जगह ढूंढ़ते हैं। खुशी के साथ प्रगतिशील जीवन की शुरुआत के लिये साथ ही जीवन में कुछ प्यार और प्यार के महत्व को जोड़ने के लिये इस उत्सव को मनाया जाता है।
दीपाली कालरा