Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Mar 2022 · 1 min read

वेटिंग फॉर बुद्धा (बुद्ध का इंतज़ार)

आज-कल तो पूरी दुनिया में
छा रहे हैं बुद्ध
तुम स्वागत की कर लो तैयारी
आ रहे हैं बुद्ध…
(१)
नफ़रत की आग में कहीं
पूरी मानवता न जल जाए
जंगों के शोर में अमन के नगमें
गा रहे हैं बुद्ध…
(२)
जिन्हें सदियों तक इंसाफ़ और
अधिकार नहीं मिला कोई
ऐसे दबे और कुचले लोगों को
भा रहे हैं बुद्ध…
(३)
लदने वाले हैं दिन अब तो
ऊंच-नीच और जात-पात के
एक नया सबेरा सबके लिए
ला रहे हैं बुद्ध…
(४)
ये मुल्क, क़ौम और नस्ल की
सारी दीवारें लांघ कर
सबके दिलों में अपनी जगह
बना रहे हैं बुद्ध…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#बहुजन_क्रांति #युद्ध_नहीं_बुद्ध
#जातिप्रथा #मनुस्मृति #वर्णव्यवस्था
#युद्धविरोधी #AntiWarPoem

Language: Hindi
Tag: गीत
192 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

ग़म-ख़ुशी सब परख के चुप था वो- संदीप ठाकुर
ग़म-ख़ुशी सब परख के चुप था वो- संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
चलो स्कूल
चलो स्कूल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
चंद्र प्रकाश द्वय:ः मधुर यादें
चंद्र प्रकाश द्वय:ः मधुर यादें
Ravi Prakash
बात बात में लड़ने लगे हैं _खून गर्म क्यों इतना है ।
बात बात में लड़ने लगे हैं _खून गर्म क्यों इतना है ।
Rajesh vyas
जुआं उन जोखिमों का कुंआ है जिसमे युधिष्ठिर अपना सर्वस्व हार
जुआं उन जोखिमों का कुंआ है जिसमे युधिष्ठिर अपना सर्वस्व हार
Rj Anand Prajapati
जीवन है परिवर्तनशील
जीवन है परिवर्तनशील
महेश चन्द्र त्रिपाठी
Haiku
Haiku
Otteri Selvakumar
दिल के इक कोने में तुम्हारी यादों को महफूज रक्खा है।
दिल के इक कोने में तुम्हारी यादों को महफूज रक्खा है।
शिव प्रताप लोधी
*लव इज लाईफ*
*लव इज लाईफ*
Dushyant Kumar
हादसे इस क़दर हुए
हादसे इस क़दर हुए
हिमांशु Kulshrestha
सुनो सखी !
सुनो सखी !
Manju sagar
हैंगर में टंगे सपने ....
हैंगर में टंगे सपने ....
sushil sarna
काल का पता नही कब आए,
काल का पता नही कब आए,
Umender kumar
dream of change in society
dream of change in society
Desert fellow Rakesh
रक्षा बंधन
रक्षा बंधन
bhandari lokesh
जमाने की राहें
जमाने की राहें
सोबन सिंह रावत
अरदास
अरदास
Buddha Prakash
” असंतुष्टि की गाथा “
” असंतुष्टि की गाथा “
ज्योति
" क्या "
Dr. Kishan tandon kranti
पानी की तरह रंग है वो कितनी हसीं है
पानी की तरह रंग है वो कितनी हसीं है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
गीत- अगर दिल से लगे मनहर...
गीत- अगर दिल से लगे मनहर...
आर.एस. 'प्रीतम'
समय
समय
Neeraj Agarwal
अनुभूति, चिन्तन तथा अभिव्यक्ति की त्रिवेणी ... “ हुई हैं चाँद से बातें हमारी “.
अनुभूति, चिन्तन तथा अभिव्यक्ति की त्रिवेणी ... “ हुई हैं चाँद से बातें हमारी “.
Dr Archana Gupta
मौन हूँ, अनभिज्ञ नही
मौन हूँ, अनभिज्ञ नही
संजय कुमार संजू
वो इश्क की गली का
वो इश्क की गली का
साहित्य गौरव
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
फिर से अपने चमन में ख़ुशी चाहिए
फिर से अपने चमन में ख़ुशी चाहिए
Monika Arora
बीरबल जैसा तेज तर्रार चालाक और समझदार लोग आज भी होंगे इस दुन
बीरबल जैसा तेज तर्रार चालाक और समझदार लोग आज भी होंगे इस दुन
Dr. Man Mohan Krishna
"यादें"
Yogendra Chaturwedi
नया सपना
नया सपना
Kanchan Khanna
Loading...