वृक्ष बन जाओगे
“हे पॖकृति तुम्हे समर्पित एक बीज करते है
हम अपनी एक छोटी सी पहल करते है ”
एक बीज पौधा बना अब एक वृक्ष बनने की यात्रा को शुरू कर रहा है हे पॖकृति तुम इसका रक्षण करना पर संघर्ष इसे करने देना ताकी यह अपने आप को अपने गुणो को जान सके ओर भविष्य में एक वृक्ष का रूप लेकर असंख्य लोगो को शीतल हवा ओर औषधी दे
अब आप के सानिध्य में इसकी यात्रा होगी
हे नन्हे पौधे अपने संघर्ष में मत घबराना
स्वयं को तुम सम्भालना
तेज बारिश होगी
तपती धूप होगी
जड़े तुम जमाये रखना
धरा का हाथ थामे रखना
अतं में स्वयं को पाओगे
देखना एक दिन तुम
वृक्ष बन जाओगे
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज )