वृंदाबन महिमा (मत्त सवैया-ब्रज भाषा)
!! श्रीं !!
सुप्रभात !
जय श्री राधेकृष्ण !
शुभ हो आज का दिन !
🦚
वृंदाबन महिमा
*************
कुंजन-कुंजन खेलत- खेलत,
राधा जी आवत वृंदाबन ।
कालिंदी कूलन कृष्ण संग,
फिर रास रचावत वृंदाबन ।।
वे डोलें उत लुकतीं-छिपतीं,
तिहुँ लोक रिझावत वृंदाबन ।
नाथन के नाथन कूँ राधा,
नित नाच नचावत वृंदाबन ।।(५)
*
राधे…राधे…!
🌹
महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा ।
***
🌲🌲🌲