वीर रस
जब जब पाप बढ़े धरती पर अलख जगाना पड़ता है
दुष्ट-दमन हित देवों को भी शस्त्र उठाना पड़ता है
हार मिले या जीत मिले चाहे मिले सीख लड़ाई से
जननी, जन्मभूमि का सबको कर्ज चुकाना पड़ता है।
—-✍ सूरज राम आदित्य