वीर बजरंग
वीर बजरंग कर दो देश उजाले जैसा
जोड़ कर हाथ विनय कर दो शिवाले जैसा
प्यार उनको न है अपने से न मानवता से
प्रेम निर्झर उनमें हो तो पनाले जैसा
वीर बजरंग कर दो देश उजाले जैसा
जोड़ कर हाथ विनय कर दो शिवाले जैसा
प्यार उनको न है अपने से न मानवता से
प्रेम निर्झर उनमें हो तो पनाले जैसा