वीरों की धरती……
यह वीरों की धरती है, जवानों की धरती है ,
किसानों की धरती है, युवाओं की धरती है,
दुनिया में आए नन्हे मेहमानों कि धरती है।
भारत माता के राजदुलारों की धरती है,
धरती हमारी माता है, और धरती हमारी पिता है,
सींच देंगे अपने खूनों से इसे,
हक से कहो, ये बलिदानों की धरती है।
नही होने देंगे इसे फिरंगियों के हाथों
नहीं झुकने देंगे किसी दुश्मनों के आगे
बता देंगे ये स्वाभिमानियो की धरती है ।
मिट जायेंगे अपने वतन के लिए,
लिपट जायेंगे अपने तिरंगे से ।
बता देंगे सबको ये देशप्रेमियों की धरती है।
सबको गले लगाना ही सीखा है हमने ,
ये हमारे संस्कारों की धरती है।
सर्वधर्म समभाव की भावना है जिसमें निहित
भली भांति हम है जिससे विदित,
आज बता दो कि ये हम सबकी धरती है ।
जय भारत माता जय हिंद की धरती ।।