Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2024 · 1 min read

विषय-“जलती रही!”

विषय-“जलती रही!”

ह्रदय में साहस अग्नि, एक बार ऐसी जली
कि जलती रही-जलती रही।
मेरे पग;पग-पग पे जख़्मी,
पर हिम्मत आंच ऐसी सुलगी कि जलती रही- जलती रही।

मैं जन्मी,
एक अस्तित्व का जन्म हुआ।
पर हर किसी को,
अलग-2 भरम हुआ।

मैं तो एक इंसान और एक धरा भी।
मैं ही सफेद केसरिया
और रंग हरा भी।

पर हर किसी ने अलग समझा,
न मुझको,मुझ तलक समझा।

जिंदगी इस दर्द में
पलती रही-पलती रही।
समझे मुझे इंसान…
इस हाय से मैं…
हाय जलती रही-जलती रही।

झूठे अपनों ने मुझे,
जलती रही चिता का आकार दिया।
न कोई प्रेम,
न जीवन साकार दिया।

पर मेरी शक्ति,
टूटती नहीं है।
हिम्मत की हिम्मत,
छूटती नहीं है।

नहीं बनूंगी वो चिता, जो जलती रही-जलती रही।
बनूँगी वो साहस अग्नि, जो जलती रही-जलती रही।

मैं बनूँ वो आस जो, चलती रही-चलती रही।
मैं तो वो रोशनी जो…
सदैव जलती रही-जलती रही।

प्रिया प्रिंसेस पवाँर
Priya Princess Panwar
स्वरचित,मौलिक रचना।
सर्वाधिकार सुरक्षित।
द्वारका मोड़,नई दिल्ली-78

2 Likes · 151 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अरविंद पासवान की कविताओं में दलित अनुभूति// आनंद प्रवीण
अरविंद पासवान की कविताओं में दलित अनुभूति// आनंद प्रवीण
आनंद प्रवीण
सरकारी नौकरी
सरकारी नौकरी
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
तुम आये हो तो बहारों ने मुझे घेर लिया ,
तुम आये हो तो बहारों ने मुझे घेर लिया ,
Neelofar Khan
🚩🚩
🚩🚩 "पं बृजेश कुमार नायक" का परिचय
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
दीया और बाती
दीया और बाती
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
कैसा अजीब है
कैसा अजीब है
हिमांशु Kulshrestha
*रामलला त्रेता में जन्में, पूर्ण ब्रह्म अवतार हैं (हिंदी गजल
*रामलला त्रेता में जन्में, पूर्ण ब्रह्म अवतार हैं (हिंदी गजल
Ravi Prakash
सर्दियों का मौसम - खुशगवार नहीं है
सर्दियों का मौसम - खुशगवार नहीं है
Atul "Krishn"
बहराइच की घटना पर मिली प्रतिक्रियाओं से लग रहा है कि लोहिया
बहराइच की घटना पर मिली प्रतिक्रियाओं से लग रहा है कि लोहिया
गुमनाम 'बाबा'
,,,,,,
,,,,,,
शेखर सिंह
पल परिवर्तन
पल परिवर्तन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मुस्कुराना एक कला हैं
मुस्कुराना एक कला हैं
Rituraj shivem verma
अमृत मयी गंगा जलधारा
अमृत मयी गंगा जलधारा
Ritu Asooja
औरत को बनाया तूने बहुत सोच-समझकर,
औरत को बनाया तूने बहुत सोच-समझकर,
Ajit Kumar "Karn"
3420⚘ *पूर्णिका* ⚘
3420⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
शादी वो पिंजरा है जहा पंख कतरने की जरूरत नहीं होती
शादी वो पिंजरा है जहा पंख कतरने की जरूरत नहीं होती
Mohan Bamniya
गणेश वंदना
गणेश वंदना
Bodhisatva kastooriya
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
माँ
माँ
SHAMA PARVEEN
दो जून की रोटी
दो जून की रोटी
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
कभी हक़
कभी हक़
Dr fauzia Naseem shad
तेरी मुस्कान होती है
तेरी मुस्कान होती है
Namita Gupta
मास्टर जी का चमत्कारी डंडा🙏
मास्टर जी का चमत्कारी डंडा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"स्पीड ब्रेकर"
Dr. Kishan tandon kranti
सबसे नालायक बेटा
सबसे नालायक बेटा
आकांक्षा राय
रोटी का कद्र वहां है जहां भूख बहुत ज्यादा है ll
रोटी का कद्र वहां है जहां भूख बहुत ज्यादा है ll
Ranjeet kumar patre
ये कैसे रिश्ते है
ये कैसे रिश्ते है
shabina. Naaz
इंतज़ार के दिन लम्बे हैं मगर
इंतज़ार के दिन लम्बे हैं मगर
Chitra Bisht
कलयुगी संसार
कलयुगी संसार
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...