विषय:रोजगार
विषय:रोजगार
“हर युवा की आज यही पुकार
हमको मिले एक रोजगार”
आइए आज देश की ज्वलंत समस्या पर अपने विचार रखने की कोशिश करती हूं आप सब का सहयोग अपेक्षित हैं यदि कोई त्रुटि रहे तो अग्रिम क्षमा प्रार्थिनी हूँ
रोजगार मनुष्य के जीवन का अहम् पहलु है और मुलभुत आवश्यकता है बिना रोजगार के जीवन व्यतीत करना काफी मुश्किल या कहे कि नामुमकिन है रोजगार एक साधन है जिससे हम जीविका चला सके हर व्यक्ति को अपने जीवन में रोजगार का कोई न कोई माध्यम चुनना ही पड़ता है ताकि वह अपनी मूलभुत आवश्यकताएं पूरी कर सके चाहे वह स्वयं का रोजगार हो या फिर नोकरी।
जब पेट भरने के लाले पड़ जाते हैं बच्चे भूखे रहने लग जाते हैं कहते हैं कभी.. कभी चुप रह लेते हैं। अपनी निगाहों से बस देखा करते हैं इतना कष्ट इतनी व्यथा जब देखती हूँ आसपास यो सच मर मन बहुत दुखी व विचलित सा हो जाता है कौन चाहता है अपने घर से जुदा होना रोजगार के खातिर जुदा होना पड़ता हैं प्रवासी बन कर रहना पड़ता हैं मेहनत करते हैं खुश हो सभी बस यही चाहते हैं नहीं देख पाती उन्हें बिलखते हुए उनके खातिर सब कुछ छोड़ आते है अपना घर गांव ।क्या होती है अपनों से दूर होना कोई उनसे पूछो अपनों से मिलने के लिए तड़पता हैं त्यौहार का इन्तजार रहता है हरदम तब जा पाउँगा अपनों से मिलने नहीं रहना चाहता ऐसे पर मज़बूरी है बच्चे के गम देख खुद को भूल जाती हूँ….! रोजगार की तलाश में प्रवासी हो जातीहूँ….!!कौन समझेगा मेरी इस व्यथा को शायद कोई नही समझेगा मेरे मन की पीड़ा के गहरे घाव।
आना होगा दूसरे शहर पेट की ज्वाला को शांत करने।
रोजगार करना मनुष्य के जिन्दगी का अहम पहलू है। रोजगार के बिना गुजारा करना नामुमकिन है। सभी लोगो को जीवन में तीन प्रमुख साधनो की आवश्यकता होती है, जो की है भोजन, कपड़ा और सर ढकने के लिए छत यानी घर।ये जीवन को ढोने के लिए आवश्यक हैं ।आज आवश्यकता की पूर्ति भी जान लेवा सी साबित हो रही हैं।
लोग रोजगार के आय से अपनी आजीविका चलाते है। हर इंसान को कोई ना कोई रोजगार करना पड़ता है। मनुष्य को रोजगार सिर्फ रूपए पैसे ही नहीं देता है, बल्कि लोगो को प्रगति करने के कई मौके देता है। रोजगार के अवसर, धन के साथ मान -सम्मान भी देता है।
रोजगार हमे ज्ञान भी देता है और हम अपने क्षेत्र में और कामयाब कैसे हो सकते है यह भी सिखाता है। कुछ लोग देश में लघु उद्योगों में काम करते है, बहुत से लोग कृषि करके अपना गुजारा करते है।
कई लोग व्यापार करते है और कई लोग बड़े बड़े कंपनियों में नौकरी करते है। कई लोग तेज़ धूप में काम करके, मज़दूरी करते है। वहीं कई लोग बड़े -बड़े फैक्टरियों में काम करते है।परिश्रम करने के पश्चात कुछ लोगो को दैनिक वेतन दिया जाता है। जो लोग नौकरी करते है, उन्हें मासिक वेतन मिलता है। इस वेतन की मदद से लोग अपने घर चलाते है।
देश में सरकार बेरोजगारी को कम करने के लिए पूरी कोशिशें कर रही है। देश की बढ़ती जनसंख्या अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर रही है। अर्थव्यवस्था अगर व्यवस्थित हो, तो रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी।सबको शिक्षित होना है और अपने तरफ से अच्छे प्रयास करने होंगे। सरकार को सुनिश्चित करना होगा कि देश का हर एक इंसान शिक्षित हो। जब सब शिक्षित होंगे तब रोजगार करेंगे और देश भी सही माईनो में आगे बढ़ेगा।
डॉ मंजु सैनी
गाजियाबाद