विश्व तुम्हारे हाथों में,
विश्व तुम्हारे हाथों में,
सौंप रहा घूंघट अपना ।
इसे प्यार तुम करते रहना,
यह तुम्हें बना लेगा अपना ।
कुंवर बहादुर सिंह
विश्व तुम्हारे हाथों में,
सौंप रहा घूंघट अपना ।
इसे प्यार तुम करते रहना,
यह तुम्हें बना लेगा अपना ।
कुंवर बहादुर सिंह